हमारी भाषाओं की सबसे बड़ी खूबसूरती ये है
कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक, कच्छ से कोहिमा तक सैकड़ों भाषाएं, हजारों बोलियाँ एक दूसरे से अलग लेकिन एक दूसरे में रची-बसी हुई हैं – भाषा अनेक – भाव एक।
– प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी
कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक, कच्छ से कोहिमा तक सैकड़ों भाषाएं, हजारों बोलियाँ एक दूसरे से अलग लेकिन एक दूसरे में रची-बसी हुई हैं – भाषा अनेक – भाव एक।
– प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी