हमारी परंपराओं, खानपान और परिधानों में ये विविधतायें एक ताकत के रूप में नजर आती है। इसी तरह भारतीय टाॅय इन्डस्ट्री भी भारतीय विचारबोध को प्रोत्साहित कर सकती हैं।

हमारी परंपराओं, खानपान और परिधानों में ये विविधतायें एक ताकत के रूप में नजर आती है। इसी तरह भारतीय टाॅय इन्डस्ट्री भी भारतीय विचारबोध को प्रोत्साहित कर सकती हैं। हमारे यहां खिलौने पीढ़ियों की विरासत के रूप में सहेजे जाते रहे हैं।
– प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी
- « Previous
- 1
- …
- 442
- 443
- 444